RSS प्रमुख मोहन भागवत को राष्ट्रपिता कहने वाले अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख डॉ. उमेर अहमद इलियासी को केंद्र सरकार ने Y+ कैटेगरी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। इलियासी ने सुरक्षा इसके लिए केंद्र सरकार का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि मुझे इस बीच कई बार धमकियां मिली हैं।
आरएसएस के एक पदाधिकारी ने कहा, ”उमर अहमद इलियासी के साथ संघ लगातार बातचीत कर रहा है। यहां तक कि उनके पिता भी आरएसएस के पूर्व प्रमुख के.एस. सुदर्शन से मिले थे।” बैठक के बाद इलियासी ने कहा था कि बैठक एक पारिवारिक मामला था। उन्होंने कहा, “भागवत जी राष्ट्रपिता हैं और उनका मेरे घर आना मेरे लिए सम्मान की बात है।”उन्होंने यह भी कहा कि भागवत किसी मस्जिद में नहीं गए थे। यह एक यात्रा के अलावा कुछ और नहीं है। लोगों से मिलना आरएसएस के काम का हिस्सा है।
मोहन भागवत से मुलाकात और उनकी तारीफ के बाद से ही उनके खिलाफ कट्टरपंथियों का गुस्सा फूट पड़ा था. मोहन भागवत को उमर इलियासी ने कहा था कि भागवत राष्ट्रपिता के साथ ही राष्ट्रऋषि भी हैं. उनके ये बयान कट्टरपंथियों को चुभे थे. इसके बाद इलियासी को लगातार धमकियां आ रही थी
इसके चलते उन्हें जान से मारने तक धमकियां दी जाने लगी थीं. वहीं सुरक्षा एजेंसियों समेत IB की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि इलियासी को जान को खतरा है. इसके चलते अब केंद्र सरकार द्वारा इलियासी सुरक्षा में इजाफा करते हुए Y+ सुऱक्षा दे दी है.