Ratnagiri: The ship which ran aground tossed by waves at Mirya Beach in Ratnagiri after Cyclone Nisarga made a landfall near Harihareshwar in Raigad district of Maharashtra on June 3, 2020. (Photo: IANS)

मानसून के बाद उत्तर हिंद महासागर में पहला चक्रवाती तूफान सितरंग के मंगलवार को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों तक पहुंचने की संभावना है, जिससे बंगाल के साथ-साथ ओडिशा में काली पूजा-दिवाली के आसपास व्यापक वर्षा हो सकती है.आईएमडी की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया है कि उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र डिप्रेशन में बदल गया है।

बांग्लादेश तट पर लैंडफॉल करने से पहले इस मौसमी प्रणाली के 100-110 किमी प्रति घंटे की गति के साथ एक गंभीर चक्रवात में तब्दील होने की संभावना है. इससे पहले उत्तरी अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर और दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी के आसपास के इलाकों में को बना एक कम दबाव का क्षेत्र शुक्रवार को भी बना रहा.यह डिप्रेशन क्षेत्र फिलहाल पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र से लगभग 1,460 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में स्थित है। 24 अक्टूबर तक इसके एक चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि चक्रवात सितरंग के कारण ओडिशा में भारी बारिश हो सकती है। ऐसे में राज्य सरकार की ओर से मशीनरी को हाईअलर्ट पर रखा गया है। इस वेदर सिस्टम के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और शनिवार को दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी में एक डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना है.