आयुर्वेद में नीम को सबसे महत्वपूर्ण हर्ब माना गया है। नीम एंटीसेप्टिक होता है। इसकी पत्तियों से बना तेल बालों और त्वचा के लिए फायदेमंद होता है वहीं इसका दातुन दांतों के लिए और मसूड़ों के लिए फायदेमंद होता है।’ दातों के लिए नीम के दातुन बहुत बहुत लाभदायक होती हैं। जानिए नीम की दातुन दातों के लिए कैसे फायदेमंद है।
जिस तरह से आप अपने शरीर को स्वच्छ रखते हैं, ठीक वैसे ही अगर आप अपने मुंह को स्वच्छ नहीं रखेंगे तो दांतों व मसूड़ों से संबंधित कई संक्रमणों के होने का खतरा बढ़ सकता है. दांतों में सड़न, जिंजिवाइटिस, बैक्टीरियल संक्रमण, सांसों की बदबू आदि जैसी परेशानियां तो होंगी ही, साथ ही इससे शरीर के दूसरे हिस्सों में भी समस्याएं हो सकती हैं. एक रिसर्च के मुताबिक, दांतों और मसूढ़ों की समस्या हृदय रोग का कारण बन सकती है.
बाज़ार में अलग-अलग ब्रांडेड टूथपेस्ट उपलब्ध होते हैं जो दांतों को मजबूत, साफ और चमकदार बनाने के कई तरह-तरह के दावे भी करते हैं. लेकिन आप की जानकारी के लिए बता दें कि इन अलग-अलग टूथपेस्ट का काम एक जैसा ही होता है.दंतमंजन में नीम, बबूल और नमक के दावे सिर्फ विज्ञापन में इमोशनल टच देने के लिए होते हैं क्योंकि पुराने जमाने में लोग अपने दांत साफ करने के लिए आमतौर पर नीम, बाबूल जैसी चीजों का इस्तेमाल करते थे. ऐसे में आप कौन सा टूथपेस्ट इस्तेमाल करते हैं ये ज़रूरी नहीं, बल्कि इससे ज़्यादा ज़रूरी यह है कि आप कितनी बार उस टूथपेस्ट से अपने दांतों को साफ करते हैं.