जामुन एक ऐसा फल है जिसे डायबिटीज के साथ ही साथ ही कई और बीमारियों में कारगर माना जाता है। अपने खट्टे-मीठे स्वाद की वजह से दुनियाभर में इस फल की मांग बहुत ज्यादा है। भारत जामुन के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है। लेकिन अब भारत के जामुन का स्वाद विदेशों तक पहुँचने वाला है। कर्नाटक की राजधानी बंगलूरू से पहली बार जामुन का निर्यात किया जा रहा है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने गुरुवार को 250 किलो जामुन की पहली खेप लंदन रवाना की।

दरअसल, जामुन के लिहाज से ब्रिटेन और यूरोप भारत के लिए बड़ा बाजार है। भारत के कई राज्यों में जामुन का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है। ऐसे में लंदन समेत अन्य देशों में भारतीय जामुन की उपलब्धता होने से भविष्य में बड़े कारोबार की संभावना पैदा होगी। एपीडा का कहना है कि, लंदन में बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लोग रहते हैं। जिनके बीच जामुन की उपलब्धता होने से भविष्य में मांग में तेजी आएगी। क्योंकि बीते कुछ वर्षों के दौरान जामुन का चिकित्सा उपयोग बढ़ा है, जिस कारण से अंतरराष्ट्रीय बाजार में जामुन की मांग तेजी से बढ़ेगी।

चर्चा में अनंत नेचुरल फार्मर कम्पनी के फाउंडर पार्थ सारथी नारा ने बताया कि, गुरुवार को पहले चरण में पहले चरण में 250 किलो जामुन भेजा गया है। आने वाले दिनों में हर सप्ताह निर्यात की मात्रा को बढ़ाया जाएगा। इस सीजन में 10 टन जामुन का निर्यात किया जाएगा। पहली खेप में आंध्र प्रदेश के दो ज़िले और कर्नाटक के एक जिले से जामुन रवाना किया गया है।

सारथी का कहना है कि, जामुन के निर्यात में तापमान को एक जैसा बनाए रखना सबसी बड़ी चुनौती है। जामुन हवाई जहाज़ के जरिए अन्य देशों में पहुचेगा। इसलिय तापमान को एक जैसा बनाए रखना बहुत जरूरी है।

इसलिए हमने जामुन के पेड़ से टूटने से लेकर लोगों तक पहुचने के लिए कई प्रक्रिया तैयार की है। पेड़ से जामुन को टूटने के बाद कॉलिंग सेंटर में लाया जाता है। जहां जामुन को गुणवत्ता के हिसाब से अलग अलग किया जाता है। फिर इसे कुलिंग सेंटर में रखा जाता है। यहां इन्हें 2 से 5 डिग्री सेल्सियस पर रखते है। इसके बाद थर्माकोल के एक विशेष बॉक्स में आइस पैक के साथ रखकर निर्यात के लिए भेजा जाता है।आमतौर पर निर्यात के लिए बनाए थर्माकोल बॉक्स में जामुन को 14 से 16 डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखा जाता है।

भारत के जामुन की ये है खासियत
भारत में जामुन को गर्मियों के मौसम में काफी ज्यादा खाया जाता है। इसका पर्पल कलर और खट्टा-मीठा टेस्ट सभी को काफी ज्यादा पसंद आता है।जामुन की गुठली भी फायदेमंद मानी जाती है। जामुन में ऐसे तत्व होते हैं जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इसलिए डायबिटीज के मरीज इसे नेचुरल मेडिसिन की तरह खा सकते हैं।