गाजा पट्टी के दीर अल-बलाह में शनिवार को इस्राइली हवाई हमलों और गोलीबारी में 25 लोग मारे गए। इस बीच, अमेरिका और इस्राइल ने युद्धविराम वार्ता के लिए भेजी गई टीमों को वापस बुला लिया है और गाजा में फलस्तीनियों को भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों और एंबुलेंस सेवा ने यह जानकारी दी।
शिफा अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि ज्यादातर लोग जिकिम क्रॉसिंग के पास मदद के लिए ट्रकों का इंतजार करते समय मारे गए। इस्राइली सेना ने इस घटना पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। अस्पताल और एंबुलेंस सेवा ने बताया कि हमलों में गाजा सिटी में चार लोग मारे गए, जो अपार्टमेंट पर थे।यह हमले ऐसे समय हुए हैं जब इस्राइल और हमास के बीच युद्धविराम वार्ता रुक गई है। अमेरिका और इस्राइल ने अपनी वार्ता टीमों को वापस बुला लिया है, जिससे वार्ता के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार हमास के साथ युद्धविराम वार्ता के अलावा ‘वैकल्पिक विकल्प’ पर विचार कर रही है। वहीं, हमास के एक अधिकारी ने कहा कि वार्ताअगले सप्ताह फिर शुरू हो सकती है और उन्होंने इस्राइली और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडलों की वापसी को दबाव की रणनीति बताया।
मिस्र और कतर ने कहा कि यह वार्ताएं अस्थायी रूप से रुकी हैं और फिर से शुरू होंगी। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि कब शुरू होंगी। ये दोनों देश अमेरिका के साथ मिलकर वार्ता में मध्यस्थता कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र और विशेषज्ञों का कहना है कि बेबस फलस्तीनियों के लिए जल्द युद्धविराम होना जरूरी है। गाजा के फलस्तीनियों को भूखमरी का खतरा है और कुपोषण से मरने वालों की संख्या बढ़ रही है।
हालांकि, इस्राइली सेना का कहना है कि वह बिना किसी रोकटोक के मदद के ट्रकों को गाजा में प्रवेश करने दे रही है। लेकिन संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इस्राइली सैन्य प्रतिबंधों और लूटपाट की घटनाओं के कारण मदद कार्य प्रभावित हो रहे हैं।