पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में हिमनद से बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है और आने वाले हफ्ते में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पिछले वर्ष की तुलना में इस साल अधिक बारिश हुई है, जिसके कारण मौसम विभाग ने बाढ़ की संभावना को लेकर अलर्ट जारी किया है। स्थानीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता अनवर शाहजाद ने शनिवार को यह जानकारी दी।

आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जुलाई के मध्य में एक पत्र में कहा था कि लगातार उच्च तापमान के कारण बर्फ और ग्लेशियरों का पिघलना तेज हो सकता है, जिससे क्षेत्र में मौसम संबंधी आपदाएं हो सकती हैं।

खैबर पख्तूनख्वा के पर्यटन विभाग के अब्दुल समद ने बताया कि बादल फटने की वजह से शुक्रवार रात नारण में सड़क बंद हो गई थी, जिसके बाद बचाव दल ने 500 से अधिक पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। अधिकारियों ने मलबा हटाने और रास्ता खोलने के लिए भारी मशीनरी तैनात की है।

पड़ोसी गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में सरकार ने बाढ़ प्रभावित लोगों को सैकड़ों तंबू, हजारों खाद्य पैकेट और दवाइयां वितरित की हैं। प्रवक्ता फैजुल्लाह फिराक ने शनिवार को कहा कि कुछ इलाकों में भारी तबाही हुई है, जहां मकान, सड़कें, फसलें और व्यवसाय बर्बाद हुए हैं। बाबुसर राजमार्ग पर नौ गांवों में बाढ़ आई है, जहां लापता लोगों की खोज जारी है। हेलीकॉप्टर ने फेयरी मीडोज के लोकप्रिय स्थान पर फंसे पर्यटकों को बचाया है।

पाकिस्तान में इस मॉनसून सीजन में औसत से अधिक बारिश हुई है, जिससे 2022 में हुई भीषण बाढ़ की पुनरावृत्ति का डर है। 2022 की बाढ़ ने देश के एक तिहाई हिस्से को पानी में डुबो दिया था और 1,737 लोगों की मौत हुई थी। इस सीजन में अब तक लगभग 260 लोगों की मौत हो चुकी है, जो मध्य सितंबर तक जारी रहेगा।