राजकोट:गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का सोमवार को राजकोट में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पूर्व सीएम विजय रूपाणी का निधन 12 जून को एअर इंडिया विमान हादसे में हुआ था। राजकोट के रामनाथपारा श्मशान घाट में अंतिम संस्कार से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनको श्रद्धांजलि दी। उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़े। अंतिम संस्कार के वक्त राजकोट में भारी बारिश हुई।

सोमवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का पार्थिव शरीर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की मौजूदगी में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ सोमवार को उनके परिजनों को सौंपा गया। रूपाणी का शव इतना जल गया था कि उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी, इसलिए रविवार को उनके शव की पहचान उनके रिश्तेदारों के डीएनए नमूनों से मिलान के बाद की गई। इसके बाद पार्थिव शरीर को राजकोट लाया गया। जब पार्थिव शरीर रूपाणी के आवास पर पहुंचा तो लोग सड़क के दोनों ओर उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए कतारों में खड़े थे।

रूपाणी के समर्थकों ने उन पर फूल बरसाए और विजयभाई तुम अमर रहो के नारे लगाए। इसके बाद घर पर पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इस दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल, राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल समेत तमाम नेताओं ने रूपाणी को उनके आवास पर पुष्पांजलि अर्पित की।

शाम पांच बजे रूपाणी के आवास से उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई। इसमे भी बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे। अंतिम यात्रा राजकोट के विभिन्न मार्गों से होती हुई रामनाथपारा श्मशान घाट पहुंची। यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्यपाल आचार्य देवव्रत और सीएम भूपेंद्र पटेल ने पूर्व सीएम को श्रद्धांजलि दी। अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस बल ने उनको सलामी दी।