Thursday, November 28, 2024 at 4:15 AM

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत का भाजपा पर हमला, कहा- गौतम अदाणी को बचा रही सरकार, नहीं हो रही जांच

नई दिल्ली:  कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने बुधवार को अदाणी मामले को लेकर भाजपा को घेरा। उन्होंने कहा कि अगर ये आरोप किसी और पर लगा होता तो क्या सीबीआई इसी तरह चुप रहती? सब चुप हैं क्योंकि अदाणी का नाम आया है। ये सच है कि उन्हें यहां बचाया जा रहा है। उन्हें कैसे बचाया जा रहा है? कोई एजेंसी उनसे पूछताछ नहीं कर रही है। अगर संसद में चर्चा के लिए उनका नाम आता है तो सदन स्थगित हो जाता है और स्पीकर कहते हैं कि कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जाएगा। उनके लिए नियम बदले जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि झूठ बोलना एक बड़ी कला है, लेकिन झूठ तब तक बोलो जब तक पकड़े न जाओ। उन्होंने बड़ी चतुराई से कहा कि गौतम अदाणी नाम FCPA में नहीं है। जबकि वास्तविकता यह है कि FCPA में केवल उन्हीं का नाम हो सकता है जो अमेरिकी नागरिक हैं। लेकिन उनकी पार्टनर कंपनी अजोर पावर का नाम इसमें है। उनके खिलाफ सबूतों की भरमार है।

उन्होंने कहा कि दस्तावेज में उल्लेख है कि गौतम अदाणी और सागर अदाणी रिश्वत देने की योजना बना रहे थे। उन्होंने रिश्वत दी है और उन्होंने ऐसे वादे भी किए हैं। मुद्दा यह है कि दस्तावेज में एक PSU का नाम है। गौतम अदाणी और सागर अदाणी के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। गौतम अदाणी और उनकी पूरी मशीनरी झूठ भी मूखतापूर्ण तरीके से बोल रही है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि अदाणी के खिलाफ हमारी चार प्रमुख मांगें हैं। हम मांग करते हैं कि अदाणी की गिरफ्तारी होनी चाहिए। सेबी, ईडी, आयकर और सीबीआई को इसकी निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। सदन में इस पर चर्चा की जानी चाहिए। भाजपा को अदाणी का बचाव करने से बचना चाहिए। गौतम अदाणी के खिलाफ केन्या, बांग्लादेश, अमेरिका, स्विट्जरलैंड, श्रीलंका, आस्ट्रेलिया समेत तमाम देशों में तफ्तीश हो रही है। टेंडर निरस्त हो रहे हैं। मगर हमारे देश में इस पर सन्नाटा है।

संभल हिंसा को लेकर सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यूपी सरकार के अंतर्गत कानून व्यवस्था पूरी ध्वस्त हो चुकी है। आप चप्पलों में एनकाउंटर कर सकते हैं, लेकिन आपकी पुलिस कहीं शांति व्यवस्था नहीं देख सकती है। शांति बहाली नहीं कर सकती है। दंगों में कौन मर रहा है। इसमें आम जनता और उनके बच्चे मर रहे हैं। हर मस्जिद के नीचे मंदिर खोजोगे तो कैसे चलेगा? इससे तो हालात बिगड़ेंगे ही।

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