नई दिल्ली: निर्वाचन आयोग ने राहुल गांधी के लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों को लेकर दिए बयान की पोल खोलते हुए सोशल मीडिया पर एक फैक्ट चेक जारी किया। आयोग ने इस फैक्ट चेक के जरिये राहुल के एक-एक आरोपों को खोखला बताया है। चुनाव आयोग ने कहा कि यह बयान एक साल पहले संपन्न हुए चुनावों पर बेबुनियाद आरोप हैं।
कर्नाटक में निर्वाचक नामावली तैयार करने में 31 डीईओ, 419 ईआरओ/एईआरओ, 58,834 बीएलओ के अलावा सभी राजनीतिक दलों के बीएलए ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। निर्वाचक नामावली का मसौदा और अंतिम सूची कांग्रेस समेत सभी दलों के साथ साझा की गई थी।
आयोग ने इस बात पर जोर दिया कि अंतिम सूची के खिलाफ एक भी अपील दायर नहीं की गई थी। आयोग ने बताया कि 2024 के लोकसभा चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए 2,82,648 मतदान अधिकारियों ने सेवाएं दीं। इनके अलावा 28 आरओ, 259 एआरओ, 113 पर्यवेक्षकों और 4,230 मतगणना पर्यवेक्षकों की भागीदारी रही।