रामचरितमानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी निशाने पर हैं। इस बीच शनिवार को मां पीताम्बरा देवी के कार्यक्रम में पहुंचे अखिलेश यादव को काले झंडे दिखाए गए।
अखिलेश यादव मुर्दाबाद और अखिलेश यादव वापिस जाओ के नारे भी लगे। इससे गुस्साए अखिलेश ने कहा कि मुझे रोकने के लिए बीजेपी ने गुंडे भेजे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने बीजेपी और आरएसएस की गलत बातों का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी धर्म की ठेकेदार नहीं है।
स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित मानस को लेकर दिए बयान से पूरा मामला खड़ा हुआ था। बीजेपी ने इसे हिन्दुओं का अपमान बताया और सपा को हिन्दू विरोधी पार्टी बताया है। स्वामी प्रसाद पर इस बयान को लेकर एफआईआर भी हुई हैं।
अखिलेश ने कहा कि बीजेपी के लोग हम सबको शुद्र मानते हैं। पिछड़ों और दलितों को बीजेपी के लोग शुद्र मानते हैं। हम उनकी नजर में शुद्र से ज्यादा कुछ भी नहीं हैं। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि आयोजन स्थल से रात में ही पुलिस व्यवस्था हटा ली गई थी। लेकिन वो याद रखें कि समय बदलता है । गुरु संत लोगों से क्यों आशीर्वाद लेते हैं।