फैटी लिवर डिजीज या स्टीटोसिस एक ऐसी स्थिति है जहां लिवर में फैट का निर्माण होता है. यह बीमारी या तो शराब के सेवन से हो सकता है जिसे अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज के रूप में जाना जाता है .
लिवर में फैट का हाई लेवल डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनता है और किडनी पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. इसलिए बीमारी के लक्षणों की पहचान करना बेहद जरूरी है ताकि आप जल्द से जल्द मेडिकल हेल्प प्राप्त कर सकें.
पेट में दर्द के कारण और कभी-कभी भूख न लगने के कारण भी रोगी लगातार बीमार महसूस करता है. अत्यधिक कमजोरी और थकान के कारण भी मरीज को मिचली आने लगती है.
भूख न लगना फैटी लिवर का एक और संकेत है जो कई अन्य हेल्थ कॉम्प्लिकेशन के साथ ओवरलैप होता है, लेकिन व्यक्ति को कमजोर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देता है. इसके कारण, व्यक्ति में भारी वजन कम होता है .
मोटापे से ग्रस्त, टाइप 2 डायबिटीज, थायराइड की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों को फैटी लिवर का खतरा होता है. अनहेल्दी लाइफस्टाइल की आदतें जैसे धूम्रपान और शराब पीने से भी फैटी लिवर का खतरा रहता है.