दिवालिएपन के मुहाने पर खड़े पाकिस्तान पर एक और गाज गिरने वाली है। आर्थिक संकट में फंसे देश में डॉलर की कमी के चलते यहां की सबसे बड़ी ऑयल रिफाइनरी सेनेरजिएको को बंद कर दिया गया है।
पिछले दिनों रुपए की कीमत में एतिहासिक तौर पर गिरावट हुई। इससे कच्चे तेल के आयात की क्षमता पर खासा असर पड़ा है। ऐसे में यह मुश्किल फैसला लना पड़ गया है। रिफाइनरी में कच्चा तेल ही नहीं बचा है।
चिट्ठी में कहा गया था कि सेनेरजिएको रिफाइनरी को दो फरवरी तक बंद करना पड़ेगा और यह 10 फरवरी से ही काम शुरू कर पाएगी जब तेल के जहाज पहुंचेंगे। इस रिफाइनरी को पहले बाइको पेट्रोलियम के तौर पर जाना जाता था।
रिफाइनरी के पास 156,000 बैरल प्रति दिन कच्चे तेल को प्रॉसेस करने की क्षमता है। यहां पर पेट्रोलियम, डीजल, भट्ठी के तेल और दूसरे पेट्रोलियम उत्पादों को रिफाइन करने का काम होता है।कोई कदम नहीं उठाया गया और आयात सुनिश्चित करने का प्रबंध नहीं किया गया तो सबकुछ खत्म हो जाएगा। इस चिट्ठी में साफ-साफ लिखा था कि तेल की कीमतें बढ़ रहीं हैं और पाकिस्तान का रुपया लगातार गिर रहा है।