उत्तर प्रदेश के कई जिलों में डेंगू दस्तक दे चुका है. प्रदेश में सैकड़ों मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. बीते माह में जिले में डेंगू से एक की और एक्यू इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम यानि एईएस से दो की मौत भी हो चुकी है।
जहां उन्होंने अस्पतालों में बेड और दवाओं समेत अन्य जरूरी सुविधाओं को पूरा करने करने के निर्देश दिए हैं. नोडल डॉ. सुल्तान अहमद ने बताया कि चार डेंगू के मरीज ठीक हुए। जिन्हें मेडिकल कालेज से डिस्चार्ज कर दिया गया है। गाजियाबाद में इस महीने अब तक डेंगू के तकरीबन 200 मामले सामने आए हैं. जिनको प्राथमिक उपचार भी दिया जा रहा है.
गंभीर स्थिति में आए मरीजों का इलाज इमरजेंसी वार्ड में भी किया जा रहा है.इस साल जनवरी से अब तक ब्लॉक अकबरपुर में 17, बसखारी में पांच, जलालपुर में छह, कटेहरी में पांच, टांडा में 57, भीटी में चार, रामनगर में तीन और जहांगीरगंज में एक डेंगू के रोगी मिल चुके हैं।
गाजियाबाद जिला अस्पताल में 10 बेड का डेंगू वार्ड भी पूरी तरह तैयार है. जिसमें डेंगू के मरीजों का इलाज किया जाता है. इसके साथ-साथ जहां डेंगू के पेशेंट आ रहे हैं, साथ ही बचाव के लिए सफाई के साथ मच्छरों से बचना चाहिए।