तुलसी की पत्तियां कई बीमारियों का उपचार करती हैं. कैंसर जैसे लाइलाज रोग में असरकारक है, तो जुकाम, खांसी और सांस की तकलीफ में भी बहुत लाभ देती है.ज्यादा काम करने या अधिक तनाव में होने पर होना एक आम बात है।
अगर आप भी अक्सर सिर दर्द की समस्या से परेशान रहते हैं तो तुलसी के तेल की एक दो बूंदें नाक में डालें। इस तेल को नाक में डालने से पुराने सिर दर्द और सिर से जुड़े अन्य रोगों में आराम मिलता है।मुंह पर एक्ने होने पर तुलसी की पत्तियों को पीसकर लेप बनाकर 20-25 मिनट तक लगा सकते हैं. इससे मुहांसे पैदा करने वाले बैक्टीरिया समाप्त होते हैं. इसीलिए तुलसी की पत्तियों को एंटीबॉयोटिक बूटी भी बोला जाता है. सबसे ज़रूरी बात यह है कि तुलसी के उपयोग करने का तरीका सही होना चाहिए।
अगर आपके सिर में जुएं पड़ गये हैं और कई दिनों से यह समस्या ठीक नहीं हो रही है तो बालों में तुलसी का तेल लगाएं। तुलसी के पौधे से तुलसी की पत्तियां लेकर उससे तेल बनाकर बालों में लगाने से उनमें मौजूद जूं और लीखें मर जाती हैं। तुलसी के पत्ते के फायदे, तुलसी का तेल बनाने में प्रयोग किया जाता है।
कई लोगों को रात के समय ठीक से दिखाई नहीं पड़ता है, इस समस्या को रतौंधी कहा जाता है। अगर आप रतौंधी से पीड़ित हैं तो तुलसी की पत्तियां आपके लिए काफी फायदेमंद है। इसके लिए दो से तीन बूँद तुलसी-पत्र-स्वरस को दिन में 2-3 बार आंखों में डालें।तुलसी के ऑयल से सिर में मालिश करने से यह सिर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है.