हीमोफीलिया एक अनुवांशिक ब्लीडिंग डिसआर्डर है। यह रोग, बहुत कम लोगों में पाया जाता है। जिन लोगों को हीमोफीलिया होता है, उनके शरीर से बह रहा खून, जल्दी रुकता नहीं है।
इस कारण से, व्यक्ति के शरीर में खून के थक्के जमने लगते हैं। देखभाल के वैश्विक मानक के रूप में रक्तस्राव की रोकथाम’। आगे लेख में जानेंगे, हीमोफीलिया के लक्षण, इलाज और जरूरी जांचें।
हीमोफीलिया के गंभीर लक्षण
1. जिन लोगों को हीमोफीलिया हो जाता है, उनकी चोट जल्दी ठीक नहीं होती और बहते खून को रोकना मुश्किल हो जाता है।
2. हीमोफीलिया होने पर व्यक्ति को बार-बार उल्टी आ सकती है।
3. हीमोफीलिया से पीड़ित व्यक्ति को, ज्यादा थकान महसूस होती है।
4. यह बीमारी होने पर, घुटने, कोहनी, कूल्हे, कंधे, जोड़ों में अचानक दर्द उठ सकता है।
5. हीमोफिलिया होने पर जोड़ों में दर्द, सूजन या जकड़न महसूस हो सकती है।
6. दांत की बीमारी में, लगातार ब्लीडिंग होना, नाक से खून बहना, यूरिन या मल के साथ खून निकलना आदि।