कोरोना काल (Corona) में जब भी किसी को हल्का सा भी बुखार होता है, तो लगता है कि कहीं कोविड तो नहीं हो गया. जरूरी नहीं कि बुखार होने का कारण कोरोना ही हो, कई अन्य कारणों, इंफेक्शन या शारीरिक समस्याओं से भी आपको बुखार हो सकता है.
हालांकि, बार-बार बुखार हो, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. सामान्य रूप से एक व्यक्ति के शरीर का तापमान लगभग 98.6 डिग्री फारेनहाइट होता है, लेकिन दिन भर इसमें उतार-चढ़ाव होता रहता है. जब तापमान सामान्य रेंज से ऊपर चला जाए.
चाहे कोई भी बुखार हो, यहां तक कि एक निम्न-श्रेणी का भी बुखार होना इस बात का संकेत है कि आपके शरीर में कोई ना कोई समस्या है. बुखार होना इस बात की तरफ इशारा करता है.
आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली वायरस, जीवाणु या अन्य बाहरी कारक द्वारा किए गए हमले के खिलाफ रक्षा कर रही है. शरीर के तापमान में वृद्धि के साथ शरीर इंफेक्शन और बीमारियों के प्रति प्रतिक्रिया करता है, लेकिन कुछ रोग पैदा करने वाले कीटाणुओं के उच्च तापमान में पनपने की संभावना कम होती है, इसलिए लो-ग्रेड फीवर होता है.