मूली की कुछ किस्मे बसंत और गर्मियों में भी उगती हैं। सफ़ेद मूली भारत में सबसे अधिक पाई जाने वाली किस्म है, जो स्प्रिंग-समर सीजन में मिलती है। मूली की अन्य किस्में भी हैं, जिसमें गुलाबी और कभी-कभी काले रंग की मूली शामिल है।
कच्ची मूली खाना और मूली का रस पीना सबसे ज्यादा फायदेमंद है। मूली के अंदर कई पोषक तत्वों की मौजूदगी होने से, शरीर को फायदा होता है। आयुर्वेद में मूली को औषधीय गुणों से भरपूर कहा गया है, क्योंकि कई सारे रोगो के इलाज में मूली का सेवन करना लाभदायी माना जाता है।
मूली में शरीर के लिए जरूरी प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेड, आयरन, फॉस्फरस, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सोडियम, जिंक, फ्लोराइड, सेलेनियम और विटामिन सी की उपलब्धि है।
हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है और कही बीमारियों से दूर रखने में सहायता करता है। मूली को काट के सलाद के रूप में खाया जाता है और उसके पत्तो की सब्जी भी बनाई जाती है। इसलिए मूली से सलाद और सब्जी दोनों बन सकती है।