इसबगोल का पौधा गेहूं के पौधे जैसा दिखता है। इस पौधे के बीज एक चिपचिपे सफेद पदार्थ से ढके होते हैं जिसे साइलियम हस्क कहते हैं। इसबगोल पाउडर बाजार में आसानी से मिल जाता है।
आयुर्वेद के अनुसार इसबगोल में शीतलता होती है, जो पुराने दस्त, पेचिश और आंतों की सूजन से राहत दिलाने में कारगर है। यह आंतों की सूजन और सूजन को कम करता है।
इसबगोल के गलत इस्तेमाल से भी शरीर में कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। यूं तो इसबगोल के सेवन से मल ढीला हो जाता है, लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन आंतों में रुकावट पैदा कर सकता है।
इसबगोल का सेवन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन गलत तरीके से सेवन करने पर यह शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि इसबगोल का सेवन कितना और कैसे करें.?
अगर आप कब्ज से परेशान हैं तो लंच और डिनर से 20 मिनट पहले ईसबगुल का सेवन करें। अगर आपको ज्यादा कब्ज़ नहीं है तो आप इसका सेवन रात के समय कर सकते हैं। इसका सेवन करने से पेट भरा हुआ महसूस होता है और कब्ज से राहत मिलती है।