आज से ऐसे लोगों को बूस्टर शॉट लगाया जाएगा जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है। फिलहाल ये टीकाकारण 60 से अधिक आयु के ऐसे लोगों के लिए है जो कोमार्बिडिटी कंडीशन्स से पीड़ित हैं इसके साथ ही हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी बूस्टर शॉट लगाया जाएगा।
रिसर्च के आधार पर एक्सपर्ट बताते हैं कि बूस्टर डोज एंटीबॉडी के लेवल को बढ़ा देती है। बूस्टर डोज लगने के बाद इम्यूनिटी पहले से ज्यादा मजबूत हो जाएगी। इसका ये अर्थ नहीं है कि आपको कोविड का खतरा नहीं होगा पर कोविड के नए वैरिएंट जैसे डेल्टा या ओमिक्रोन से बचाव के लिए बूस्टर डोज जरूरी है। ओमिक्रोन के बढ़ते केसों ने को बढ़ा दिया है।
इस समय ऐसे हेल्थ केयर वर्कर या फ्रंटलाइन वर्कर को टीके लगाया जा रहा है जिन्होंने कोविड टीके की दोनों डोज ली है। ऐसे लोगों को प्रमाण पत्र दिखाकर बूस्टर शॉट लगाया जाएगा।
आपने जिस टीके की दोनों डोज ली है उसी टीके की बूस्टर शॉट आपको लगाई जाएगी। जैसे मान लीजिए कि आपने पहले कोवीशील्ड की दोनों डोज लगवाई है तो आपको कोवीशील्ड का ही बूस्टर शॉट लगाया जाएगा। डोज मिक्स करने के अनुमति स्वास्थ्य विभाग ने नहीं दी है।
गंभीर बीमारियों में कॉर्डियोवैस्कुलर डिसीज, डायबिटीज, किडनी डिसीज, स्टेम सेल ट्रांसप्लांट रेसिपिएंट, कैंसर, सिकल सैल डिसीज आदि शामिल हैं। बूस्टर डोज केवल 60 साल से अधिक आयु वाले बुजुर्गों को ही लगेगा।