तूतीकोरिन:तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) प्रमुख एडप्पादी के पलानीस्वामी ने स्पष्ट लहजे में कहा कि संगठन से निष्कासित नेता ओ पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) की वापसी संभव नहीं है। उन्होंने पार्टी मुख्यालय पर हमला करने वाले ‘उपद्रवियों के एक समूह’ का नेतृत्व किया था। इसलिए वह संगठन में जगह पाने लायक नहीं हैं।

पलानीस्वामी बृहस्पतिवार को तूतीकोरिन में थे। इस दौरान एक पत्रकार ने उनसे पन्नीरसेल्वम की AIADMK में फिर से शामिल होने की संभावना पर की गई टिप्पणियों से जुड़ा सवाल किया, जिसका जवाब देते हुए पलानीस्वामी ने कहा कि यह बिल्कुल भी संभव नहीं है।

एक बार विभाजित, हमेशा के लिए विभाजित
पूर्व CM पलानीस्वामी ने कहा, ‘एक बार विभाजित, हमेशा के लिए विभाजित। हम उन्हें (पन्नीरसेल्वम और उनके सहयोगियों) द्वारा पार्टी को दुश्मनों के हाथों में सौंपना बर्दाश्त नहीं कर सकते। उनके नेतृत्व में उपद्रवियों ने 2022 में चेन्नई में पार्टी मुख्यालय पर हमला किया, जो अन्नाद्रमुक कार्यकर्ताओं के लिए एक मंदिर है। उनके पास अन्नाद्रमुक में रहने की योग्यता नहीं है। इसलिए उन्हें पार्टी में वापस लेने की कोई संभावना नहीं है।’

2022 में पन्नीरसेल्वम और उनके समर्थकों को किया गया निष्कासित
2021 के विधानसभा चुनाव हारने के बाद, पलानीस्वामी (ईपीएस) और पन्नीरसेल्वम के बीच नेतृत्व के लिए संघर्ष चलता रहा। इससे पहले कि पन्नीरसेल्वम ने सफलतापूर्वक पार्टी पर पूरा नियंत्रण हासिल कर लिया। AIADMK की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था ने जुलाई 2022 में पन्नीरसेल्वम और उनके समर्थकों को पार्टी से निष्कासित कर दिया।

शाह के सामने तमिलनाडु से संबंधित मुद्दों को उठाया
दो दिन नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ अपनी बैठक के बारे में पूछे जाने पर, पलानीस्वामी ने कहा कि उन्होंने तमिलनाडु से संबंधित मुद्दों, जैसे मनरेगा के तहत लंबित केंद्रीय निधियों को जारी करने की जरूरत उठाई। उन्होंने 2-भाषा नीति का भी जिक्र किया, जो द्रविड़ नेता सीएन अन्नादुरई और दिवंगत AIADMK के नेताओं- जैसे एमजी रामचंद्रन और पूर्व सीएम जे जयललिता के समय से पार्टी का रुख रहा है। पलानीस्वामी ने कहा, ‘हमने (शाह से) जोर देकर कहा कि तमिलनाडु में 2-भाषा नीति जारी रहनी चाहिए।’