लखनऊ: कांग्रेस के प्रदर्शन में आए युवा कार्यकर्ता गोरखपुर के सहजनवां निवासी प्रभात पांडेय की मौत के मामले में पुलिस ने छानबीन तेज कर दी है। बृहस्पतिवार को पुलिस टीम कांग्रेस दफ्तर पहुंची। वहां के केयरटेकर व अन्य कार्यकर्ताओं से पूछताछ की और बयान दर्ज किए। डीसीपी मध्य रवीना त्यागी के मुताबिक कांग्रेस दफ्तर में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। फुटेज कब्जे में लेकर पड़ताल की जाएगी। पुलिस ने कांग्रेस दफ्तर के उस कमरे को सील कर दिया है, जहां प्रभात बेहोश पड़े थे।
डीसीपी ने बताया कि प्रदर्शन बुलाने वाले कांग्रेस नेताओं से भी पूछताछ की जाएगी। प्रभात के फोन को कब्जे में लेकर पुलिस कॉल डिटेल निकलवा रही है। पता लगाया जा रहा है कि आखिरी बार कब व किससे बात हुई थी। उनके चाचा गोमतीनगर के विज्ञान खंड निवासी मनीष ने पांडेय ने भी पुलिस को बताया था कि भतीजा कांग्रेस दफ्तर कैसे पहुंचा, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। मनीष को कॉल कर घटना बताने वाले शख्स से भी पुलिस पूछताछ करेगी।
मनीष ने अज्ञात के खिलाफ हुसैनगंज थाने में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें लिखा गया है कि दो घंटे से प्रभात कांग्रेस दफ्तर में बेहोश पड़े थे। अब सवाल ये है कि केयरटेकर या अन्य कार्यकर्ता उन्हें अस्पताल क्यों नहीं ले गए। मनीष ने परिचित संदीप को वहां भेजा तब तक प्रभात के हाथ-पैर ठंडे हो चुके थे। संदीप के दबाव बनाने पर कुछ लोग प्रभात को सिविल अस्पताल लेकर गए थे।