नई दिल्ली: कांग्रेस पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे को लेकर लगातार सवाल उठा रही है। विपक्षी पार्टी ने अब उनके लिए एक ‘विदाई समारोह’ की मांग की है। हालांकि, सरकार की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। यह मांग बुधवार शाम व्यापार सलाहकार समिति (बीएसी) की बैठक में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने उठाई।

सूत्रों के मुताबिक, इस मांग पर सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिला। केंद्रीय मंत्री जे. पी. नड्डा और किरेन रिजिजू ने इस विषय पर कुछ नहीं कहा। बताया जा रहा है कि जयराम रमेश की इस मांग का किसी अन्य विपक्षी नेता ने भी समर्थन नहीं किया। कांग्रेस चाहती है कि धनखड़ को एक ‘सम्मानजनक विदाई’ दी जाए। वह तीन साल तक उपराष्ट्रपति के पद पर रहे। कांग्रेस ने उनके अचानक इस्तीफे पर भी सवाल उठाए हैं।

कांग्रेस का आरोप है कि धनखड़ पर इस्तीफे का दबाव बनाया गया, क्योंकि उन्होंने विपक्षी सांसदों की ओर से दिए गए उस नोटिस को स्वीकार कर लिया था, जिसमें जस्टिस यशवंत वर्मा को हटाने की मांग थी। कुछ महीने पहले जस्टिस वर्मा के घर से जली हुई नकदी बरामद की गई थी। यह मांग ऐसे समय पर उठी है, जब राज्यसभा गुरुवार को अपने छह सदस्यों को विदाई दे रही है। इन सदस्यों में अंबुमणि रामदास, वाइको, पी. विल्सन, एम. षणमुगम, एम. मोहम्मद अब्दुल्ला और एन. चंद्रशेखरन शामिल हैं, जिन्हें विदाई दी जा रही है।