कर्नाटक की नई सिद्धारमैया सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में ‘राज्य के हितों के खिलाफ’ लागू किए गए आदेशों और कानूनों की समीक्षा की जाएगी और फिर उन्हें संशोधित किया जाएगा या वापस ले लिया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार उन सभी कानूनों व आदेशों को वापस लेगी जो राज्य की आर्थिक प्रगति और समृद्धि को बाधित करते हैं और कन्नड़ लोगों के हितों के खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा, ‘पिछली सरकार ने कुछ जयंती (प्रमुख हस्तियों की जयंती) मनाने का फैसला किया था और अन्य को छोड़ दिया था। केवल जयंती ही नहीं, उनके आदेश, चाहे वह पाठ्यपुस्तकों, गोहत्या विरोधी, धर्मांतरण विरोधी विधेयकों (कानूनों) के बारे में हो, उन सभी को संशोधित किया जाएगा।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “वे सभी विधेयक (कानून) और आदेश जो कर्नाटक की आर्थिक प्रगति, इसकी समृद्धि को बाधित करते हैं और कन्नड़ लोगों को प्रभावित करते हैं, उन्हें वापस लिया जाएगा।