नई दिल्ली: सरकार ने मंगलवार को बताया कि सामान्य केंद्रीय सचिवालय (सीसीएस) की सभी दस इमारतें अगले 22 महीनों के भीतर बनकर तैयार हो जाएंगी। फिलहाल शास्त्री भवन, कृषि भवन, निर्माण भवन और उद्योग भवन में जो मंत्रालय स्थित हैं, उन्हें जल्द ही नए स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा।
केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को सीसीएस की पहली इमारत का उद्घाटन करेंगे, जिसका नाम कर्तव्य भवन रखा गया है। उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री कर्तव्य पथ पर एक सार्वजनिक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे।
कर्तव्य भवन-03 सेंट्रल विस्टा के पुनर्विकास का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य सरकार के प्रशासन को और अधिक सुव्यवस्थित बनाना है। सीसीएस की ये दस इमारतें शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा बनाई जा रही हैं, जो सरकार की महत्त्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा परियोजना का हिस्सा है।
निर्माणाधीन इमारतें अगले एक-दो महीने में तैयार हो जाएंगी, जबकि सीसीएस-10 अप्रैल 2026 तक पूरा होगा। इमारत नंबर 6 और 7 अक्टूबर 2026 तक बनकर तैयार होंगी। मंत्री खट्टर ने बताया कि फिलहाल जिन मंत्रालयों के कार्यालय शास्त्री भवन, कृषि भवन, निर्माण भवन और उद्योग भवन में हैं, उन्हें अस्थायी रूप से दो साल के लिए कस्तूरबा गांधी मार्ग, मिंटो रोड और नेताजी पैलेस जैसे नए स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि उनका मंत्रालय पहले ही कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित नई बिल्डिंग में स्थानांतरित होना शुरू हो गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि इन चार भवनों को गिराने के लिए अगले दो महीनों के भीतर टेंडर जारी किया जाएगा। इसके बाद शेष इमारतों का निर्माण दिसंबर से शुरू होगा।
आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव कटिकिथाला श्रीनिवास ने जानकारी दी कि पूरे सेंट्रल विस्टा क्षेत्र को एक नई मेट्रो लाइन से जोड़ा जाएगा, जो इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन से शुरू होकर सीसीएस भवनों, नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक से होकर गुजरेगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सभी मंत्रालयों को एक ही स्थान पर लाने से आपसी तालमेल बेहतर होगा। इससे नीतियों को लागू करने की प्रक्रिया तेज होगी और प्रशासनिक कामकाज में भी गति आएगी।