रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन , लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन , उच्च तनाव, स्ट्रॉक और म्योकार्डियल इंफेक्शन के मामले भी सामने आ रहे हैं. स्ट्रोक स्ट्रेस की समस्या भी काफी देखने को मिल रही है. ऐसे में डॉक्टर लोगों को सर्दी से बचने और शरीर को गर्म रखने की सलाह दे रहे हैं.
स्ट्रेस के कारण कोशिकाएं डैमेज होने लगती है और काम करना बंद कर देती है, जिसके कारण स्ट्रोक का खतरा रहता है. सर्दियों में यह समस्या इसलिए बढ़ जाता है कि क्योंकि सर्द मौसम के कारण वैसे ही शरीर काम नहीं करता, ऊपर से दिनभर का स्ट्रेस. यही कारण है इस मौसम में स्ट्रेस स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है.
स्ट्रोक के लक्षण
. बाजू, हाथ या पैर में कमजोरी
. धुंधलापन
. बोलने में अचानक कठिनाई
. चक्कर आना
. अचानक से भारी सिरदर्द आदि
चलिए अब जानते हैं कि स्ट्रोक स्ट्रेस से बचने के लिए आपको क्या-क्या करना चाहिए…
गर्म कपड़े पहने- शरीर को ऊंनी कपड़े, दस्ताने, टोपी, मोजे आदि से ही ढक्कर रखें, खासकर घर से बाहर जाते समय. इसके अलावा घर से बाहर जाते समय मुंह पर मास्क भी लगाएं.
शरीर को रखें गर्म- सबसे पहले तो अपने शरीर को गर्म रखें. इसके लिए सिर्फ हीटर व आग का ही सहारा ना लें बल्कि अपनी डाइट में भी गर्म चीजें जैसे अलसी के बीज, अलसी के लड्डू या पिन्नी, हरी सब्जियां और फल आदि शामिल करें.
भरपूर पानी पीएं- अक्सर लोग सर्दियों में कम पानी पीते हैं, जिसके कारण खून गाढ़ा हो जाता है. ऐसे में जरूरी है कि आप दिनभर में कम से कम 6-7 गिलास गुनगुना पानी और तरल चीजें अधिक लें.
तेल मसाज- शरीर को गर्म रखने के लिए दिन में एक बार गुनगुने तेल से मसाज करें. इससे बॉडी भी गर्म रहेगी और ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहेगा, जिससे स्ट्रोक का खतरा काफी हद तक कम हो जाएगा.
व्यायाम करें- व्यायाम करना ना छोड़ें. अगर आप जिम, पार्क नहीं जा सकते तो घर पर ही हल्का-फुल्का व्यायाम या एक्सरासइज करें.