डायरेक्टर और मशहूर डांस कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा ने भी इस मुद्दे पर अपनी आपबीती सुनाई है.रेमो डिसूजा ने बताया कि उन्हें बचपन से ही स्किन कलर के कारण रंगभेद का सामना करना पड़ा है. जब वह बड़े हो रहे थे तो उन पर इस तरह के कमेंट कर के उन्हें प्रताड़ित किया जाता था.
रेमो का कहना है कि जब लोग उनके सांवले रंग पर कमेंट करते थे, तो उन्हें लोगों का मुंह बंद कराने के लिए अंदर से ताकत मिलती थी. रेसिज्म ने उन्हें ज्यादा मेहनत करने और एक मुकाम हासिल करने के लिए प्रेरित किया. उनके मुताबिक, वह आज जिस पोजिशन पर हैं, उसके पीछे की वजह कहीं ना कहीं उनके रंग पर किए गए कमेंट भी हैं. लोग उन्हें पहले जिन नामों से बुलाते थे, आज कोई नहीं बुलाता.
उन्हें कालू और कालिया जैसे नामों से पुकारते थे. रेमो डिसूजा ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडिया शेयर किया है, जिसमें गाना ‘हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं’ बज रहा है और साथ ही में रेमो अपनी वाइफ लिजेल (Lizelle D’souza) के साथ मस्ती मजाक करते दिख रहे हैं.