पंजाब के लुधियाना सेशन कोर्ट में हुए धमाके के पीछे पाकिस्तानी साजिश होने का खुलासा हुआ है। आतंकी ने जर्मनी स्थित एक खालिस्तानी समर्थक के साथ मिलकर इस साजिश को अंजाम देने में बड़ी भूमिका निभाई है।
इस खालिस्तानी आतंकी का नाम हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा संधू है। यह आतंकी पंजाब में ‘कैटेगरी-ए’ वांटेड है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने हरविंदर के साथ जर्मनी के खालिस्तानी समर्थक जसविंदर सिंह मुल्तानी को यह टास्क दिया था। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों को आगामी विधानसभा चुनाव से पहले धमाके करके पंजाब को अस्थिर करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
संधू बड़े पैमाने पर सीमापार से ड्रग्स और हथियारों की तस्करी में जुड़ा हुआ है। फिलहाल वह पंजाब के तरन तारन जिले से महाराष्ट्र के नांदेड़ जा चुका है। उसने पंजाब की अलग-अलग जेलों में यह सजा काटी थी। अक्टूबर 2014 में वह नाभा जेल से जमानत पर छूटा था।
साल 2016 में उसने अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए गुरुद्वारे के ग्रंथी को मार डाला था और उसकी लाश नहर में बहा दी थी। संधू ने महाराष्ट्र के नांदेड़ और वजीराबाद में अपने भाई का बदला लेने के लिए दो अन्य लोगों को भी मौत के घाट उतारा था।