उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीते बुधवार को कहा कि समरकंद में कम से कम 18 बच्चों की कथित तौर पर एक भारतीय कंपनी द्वारा निर्मित खांसी की दवा पीने से मौत हो गई।
मंत्रालय के अनुसार प्रयोगशाला में की गई प्रारंभिक जांच से पता चला है कि डॉक-1 मैक्स सिरप की इस श्रृंखला में विषैला पदार्थ एथिलीन ग्लाइकोल होता है। यह विषैला पदार्थ रोगी के स्वास्थ्य में गंभीर परिवर्तन कर सकता है, जैसे कि उल्टी, बेहोशी, हृदय संबंधी समस्याएं और किडनी फेल्योर।
अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। साथ ही सात कर्मचारियों पर लापरवाही बरतने के चलते कार्रवाई की गई है। उनपर समय पर बाल मृत्यु दर का विश्लेषण नहीं करने, आवश्यक उपाय नहीं करने एवं अनुशासनात्मक उपाय लागू नहीं करने का आरोप है।