तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने राष्ट्रीय पार्टी की घोषणा की। राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की लॉन्चिंग तो हो गई लेकिन कुछ नेताओं में मतभेद भी खुलकर सामने आ रहे हैं। उन्होंने अपनी पार्टी ‘तेलंगाना राष्ट्र समिति’ (टीआरएस) का नाम बदलकर ‘भारत राष्ट्र समिति’ (बीआरएस) किया।
इस कार्यक्रम में उनकी खुद की बेटी और पार्टी की वरिष्ठ नेता के कविता अनुपस्थित रहीं जिससे सियासी अटकलें तेज हो गईं। कविता न केवल हाई-प्रोफाइल इवेंट से गायब थीं.उनका नाम आगामी मुनुगोड़े उपचुनाव के लिए टीआरएस के प्रभारी की सूची से भी गायब था।
इन सब गतिविधियों से साफ लग रहा है कि केसीआर के घर में ही सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।हैदराबाद में पार्टी मुख्यालय में मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, एमएलसी और जिला स्तर के समन्वयकों की बैठक में राव ने नई पार्टी की घोषणा की।
राव ने पार्टी संविधान में जरूरी संशोधन किए और इससे संबंधित प्रस्ताव रखा, जिसे मंजूर कर लिया गया। नए प्रस्ताव को मंजूरी और स्वीकृति के लिए निर्वाचन आयोग काे भेजा गया। तेलंगाना के गठन के बाद केसीआर मुख्मयंत्री बने।नई पार्टी के विचार पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया था।