सॉल्वर गैंग ने  रेलवे ग्रुप-डी की ऑनलाइन परीक्षा में सेंधमारी कर दी। गैंग ने अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर उन्हें पास कराने का ठेका लिया हुआ था।एसटीएफ ने सॉल्वर गैंग के छह शातिर सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया हैं .

इनके पास से छह मोबाइल फोन बरामद किए हैं। नेत्रपाल टीसीएस में एक्जक्यूटिव है।यह गिरोह पांच से दस लाख रुपये में परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र की उत्तरमाला (आंसर की) मुहैया कराने से लेकर नकल कराने तक का ठेका लेता है।

ऑनलाइन परीक्षा करा रही कंपनी टीसीएस का अधिकारी भी गिरोह में शामिल है। एसटीएफ ने इन शातिरों को जाल बिछाकर परीक्षा केंद्र बनाए गए मुरादनगर स्थित आरडी इंजीनियरिंग और बीबीडीआईटी कॉलेज से गिरफ्तार किया है।

एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने गाजियाबाद के मुरादनगर के आरडी इंजीनियरिंग कॉलेज में परीक्षा के दौरान गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए सरगना समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से छह मोबाइल बरामद हुए हैं।

एसटीएफ फील्ड यूनिट मेरठ के अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि  सॉल्वर गैंग के बागपत के छपरौली कुर्डी निवासी आशीष कुमार, मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना निवासी प्रदीप पंवार, गाजियाबाद के मोदीनगर निवासी सचिन मलिक, मुरादनगर के विपिन, रूपक उर्फ रेवती शरण और नेत्रपाल को गिरफ्तार किया है।