मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे की मुलाकात ने राजनीतिक अटकलों को हवा दे दी है। रविवार को मुंबई के अंधेरी इलाके में एक शादी समारोह के दौरान दोनों नेता आमने-सामने आए और बातचीत की। यह मुलाकात आगामी नगर निगम चुनावों से पहले गठबंधन की संभावनाओं को लेकर चर्चा का विषय बन गई है। हालांकि, अभी तक किसी भी पार्टी ने राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे की मुलाकात पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन महाराष्ट्र की राजनीति में इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है।
बढ़ सकती है नजदीकियां?
राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बीच लंबे समय से राजनीतिक दूरियां बनी हुई हैं। लेकिन हाल केदो महीनों में यह उनकी तीसरी मुलाकात थी, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि दोनों नेता एक बार फिर एक साथ आ सकते हैं।
शिवसेना से अलग होकर बनाई थी नई पार्टी
राज ठाकरे ने 2005 में शिवसेना से अलग होकर 2006 में अपनी नई पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) बनाई थी। हालांकि, पिछले साल नवंबर महीने में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी (कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी और एनसीपी शरद गुट) में शामिल शिवसेना (यूबीटी) को मात्र 20 ही सीटें मिली थीं, जबकि अकेले चुनावी रण में उतरी मनसे को एक भी सीट नहीं मिली थी।
क्यों बढ़ रही हैं सियासी अटकलें?
मुंबई में नगर निगम चुनाव जल्द होने वाले हैं, ऐसे में दोनों दलों के बीच गठबंधन की संभावना बढ़ सकती है। वहीं मौजूदा समय में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) और सत्ताधारी गठबंधन महायुति में अंदरूनी मतभेद की खबरें भी चल रही हैं। इस सबके बीच दोनों नेताओं की मुलाकात यह संकेत दे रही है कि राज्य में राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं।