नई दिल्ली:कांग्रेस ने भारतीय सेना के उप-प्रमुख (क्षमता विकास एवं स्थायित्व) लेफ्टिनेंट राहुल आर सिंह के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि चीन ने भारतीय सैन्य संपत्तियों का लाइव डाटा पाकिस्तान के साथ साझा किया और तुर्किये ने पाकिस्तान को ड्रोन मुहैया कराए। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, ‘सेना के उप-प्रमुख (क्षमता विकास और स्थायित्व) लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने आज सार्वजनिक रूप से वह बात कही है, जो ऑपरेशन सिंदूर के अचानक खत्म होने के बाद से आमतौर पर मानी जा रही थी। यह वही ऑपरेशन है, जिसे अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के दखल के चलते 10 मई को रोक दिया गया था।’
रमेश ने कहा, ‘लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने जो कहा, वह उसी चिंता को सार्वजनिक रूप से सामने लाता है कि हम वास्तव में पाकिस्तान से नहीं, बल्कि चीन से लड़ रहे थे। चीन, पाकिस्तान की वायु सेना को असाधारण स्तर तक नियंत्रित कर रहा था। यह खुलासा उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) की ओर से सिंगापुर में किया गया था। यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी लगातार यह मांग कर रही है कि संसद में चीन की ओर से हमारे सामने खड़ी की जा रही रणनीतिक, आर्थिक और कूटनीतिक चुनौतियों पर चर्चा होनी चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘चीन ने की पाकिस्तान की वायु सेना को अपने नियंत्रण में नहीं लिया है, बल्कि अब वह पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ त्रिपक्षीय बैठकें कर रहा है। हमारे व्यापार घाटे के आंकड़े रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। अब जबकि संसद का सत्र 21 जुलाई से शुरू हो रहा है और उसे चार दिनों के लिए बढ़ाया भी गया है, हमें उम्मीद है कि हमें चीन से जुड़ी राजनीतिक, रणनीतिक, आर्थिक और भू-राजनीतिक चुनौतियों पर चर्चा करने का अवसर मिलेगा। कांग्रेस इस बात पर जोर देती रहेगी कि चीन पर पूरी बहस होनी चाहिए और इन चुनौतियों से निपटने के लिए एक साझा दृष्टिकोण पर आम सहमति बनाई जाए।’
कांग्रेस सांसद ने कहा, पाकिस्तान एक चुनौती है, जिसे चीन का समर्थन हासिल है। अमेरिका भी एक अलग तरह की चुनौती है, लेकिन वह एक अलग श्रेणी में आता है। हम लगातार यह मांग करते रहेंगे और संसद में इस विषय पर चर्चा की मांग करेंगे- चाहे वह सीडीएस जनरल चौहान के बयान हों, इंडोनेशिया में रक्षा अधिकारी के खुलासे हों या आज नई दिल्ली में लेफ्टिनेंट जनरल राहुल सिंह द्वारा कही गई बातें।