महाराष्ट्र में एक बार फिर राजनीति गर्मा गई है। एनसीपी नेता जयंत पाटिल को ईडी द्वारा भेजे गए समन के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। जयंत पाटिल एनसीपी महाराष्ट्र के प्रमुख भी हैं।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों के पास जरूर कुछ सूचनाएं होंगी, जिसके आधार पर उन्होंने पाटिल को समन भेजा है। फडणवीस ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियां सिर्फ अपना काम कर रही हैं।
ईडी एनसीपी नेता पाटिल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ कर रही है। कहा जा रहा है कि, मामला आईएल एंड एफएस के कथित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ा हुआ है। हालांकि, फर्म अब दिवालिया घोषित हो चुका है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे का कहना है कि मुद्दे का राजनीतिकरण न करें, इसकी कोई आवश्यकता नहीं हैं। ईडी और सीबीआई दोनों केंद्रीय स्वायत्त एजेंसियां है। उन्हें अपना काम अच्छे से पता है। पाटिल को घबराना नहीं चाहिए। उन्हें मामले में एजेंसियों को स्पष्टीकरण देना चाहिए। इसके बाद अगर ईडी को लगता है कि पाटिल निर्दोष हैं तो वह उन्हें छुट्टी दे देगी। मामले में कोई राजनीति है ही नहीं।