मशहूर गीतकार और कवि गुलजार साहब ने तमाम बॉलीवुड फिल्मों को अपने शानदार गीतों से सजाया है। हिंदी भाषा पर उनकी मजबूत पकड़ है। मगर, हाल ही में उन्होंने बताया कि वह तेलुगू और मलयालम भाषाएं सीखने की भी तैयारी कर रहे थे और इसकी वजह कोई और नहीं बल्कि मणिरत्नम हैं।
मणिरत्नम, गुलजार साहब और एआर रहमान, इन तीनों की तिकड़ी हमेशा कमाल करती आई है। तीनों ने मिलकर ‘दिल से’, ‘गुरू’ और ‘रावण’ जैसी शानदार फिल्में दी हैं। अब करीब 13 वर्ष के लंबे ब्रेक के बाद गीतकार, मणिरत्नम की पोन्नियन सेल्वन सीरीज में साथ आए हैं। लंबे वक्त बाद मणिरत्नम और एआर रहमान के साथ काम करके गुलजार साहब की खुशी का ठिकाना नहीं और हाल ही में वह इसे जाहिर करते नजर आए।
‘पोन्नियन सेल्वन 2’ में मणिरत्नम के साथ काम करने को लेकर हाल ही में गुलजार साहब ने बात की। इस दौरान उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, ‘सिर्फ अब ही नहीं, बल्कि मैं पूरे 13 वर्षों तक उनसे पूछता रहा कि मुझे दोबारा ब्रेक कब मिलेगा? मुझे दोबारा चांस कब मिलेगा? हकीकत तो यह है। नहीं तो इसके अलावा उनके साथ काम करने का कोई दूसरा तरीका नहीं है।’
इस मौके पर एआर रहमान भी अपनी खुशी का इजहार करते नजर आए। उन्होंने कहा, ‘जब भी हम तीनों मिलते हैं तो मैं और मणिरत्नम हमेशा गुलजार साहब से उनकी कविता और गीत सुनने की फरमाइश करते हैं, क्योंकि हमें उनकी आवाज बेहद पसंद है।’ इस पर गुलजार साहब ने कहा, ‘सबसे अच्छी बात यह है कि मैं हिंदी में बात करता रहता हूं।