खुद को डिफॉल्ट होने से बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के सामने गिड़गिड़ाते पाकिस्तान ने एक बार फिर से कश्मीर और कश्मीरियों का राग छेड़ा है. बैकचैनल कूटनीति के द्वारा कश्मीर मुद्दे को ठंडे बस्ते में डालने की योजना बनाई गई थी.
पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि कश्मीर मुद्दे को 20 साल तक लटकाए रखने की साजिश रची गई थी. हालांकि, शहबाज शरीफ ने कहा कि कोई पाकिस्तानी ऐसी योजनाओं पर अमल करने की सोच भी नहीं सकता है.
‘कश्मीर एकजुटता दिवस’ के मौके पर रविवार को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर विधायिका के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा, ‘अगले 20 सालों तक कश्मीर में जनमत संग्रह को टालने के लिए एक साजिश रची गई थी. कश्मीरियों के साथ इससे बड़ी कोई साजिश और क्रूरता नहीं हो सकती है. मुझे लगता है कि कोई भी पाकिस्तानी नेता या सैनिक ऐसा कुछ सोच भी नहीं सकता है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘अल्लाह ने मुद्दों को हल करने के लिए दूरदर्शिता रखने और परामर्श करने का आदेश दिया है और यदि हम इस मार्ग को अपनाते हैं और उन पर भरोसा रखते हुए अपने सभी संसाधनों को इस काम में लगाते हैं, तो हम कश्मीरियों को उनका अधिकार दिला सकते हैं.’