बायजू, अनअकेडमी जैसी कंपनी में छंटनी की खबरें पिछले दिनों मीडिया में चली हैं।एक और बड़ी देसी कंपनी में छंटनी की खबरें आ रही है।टैक्सी सेवा प्रदाता कंपनी ओला अपने 400 से 500 कर्मचारियों को निकालने की योजना बना रही है।ओला के कोर मोबिलिटी बिजनेस 1,000-1,100 कर्मचारी काम करते हैं। इलेक्ट्रिक सेग्मेंट पर फोकस करने के लिए ही ओला दूसरे खर्चीले बिजनेस बंद कर रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ओला अपने आईपीओ लाने की योजना में देरी और फंडिंग को लेकर चुनौतियों का सामना कर रही है। ऐसे में, कंपनी अपनी लागत को कम करने की कोशिश के तहत कर्मचारियों की छंटनी का कदम उठा सकती है।
ओला में कर्मचारियों की छंटनी का अंदेशा इसलिए भी बढ़ गया है क्योंकि अभी हाल ही में कंपनी ने कपनी क्विक कॉमर्स बिजनेस ओला डैश को बंद कर दिया था।
ओला डैश जैसा खर्चीला कारोबार बंद करने और कर्मचारियों की लागत में कटौती से कंपनी का ऑपरेशनल मार्जिन बढ़ जाएगा और अगर कंपनी आईपीओ की दिशा में आगे बढ़ती है तो यह उन्हें मुनाफा कमाने वाले कारोबार के तौर पर भी दिखाएगा।
अपनी इलेक्ट्रिक वाहरों के सेगमेंट पर फोकस करने के लिए कंपनी ने अपनी सेकेंड हैंड कारों के बिजनेस ओला कार्स को भी बंद करने का फैसला किया है। कंपनी की ओर कहा गया है कि इन कंपनियों को बंद करने का उद्देश्य कंपनी के इलेक्ट्रिक सेंगमेंट के सफर को तेज बनाना है।