देश के प्रमुख मुस्लिम नेताओं ने होम मिनिस्टर अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद ये नेता अमित शाह के मुरीद नजर आए और कहा कि मुलाकात में वह एकदम अलग ही नजर आए।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सेक्रेटरी नियाज फारूकी ने कहा कि राजनीतिक भाषणों में वे जैसे दिखते हैं, उससे कहीं अलग नजर आए और हमारी हर बात को उन्होंने गौर से सुना।
मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए नियाज फारूकी ने बताया कि हमने देश और मुसलमानों के सामने जो चुनौतियां हैं, उनमें से 14 बिंदुओं पर अमित शाह से बात रखी। हेट स्पीच के मसलों और कर्नाटक में मुस्लिमों का आरक्षण छीने जाने पर भी चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि इस बैठक में हमने गृह मंत्री से अपनी चिंताएं रखीं और उन्होंने बात अच्छे से सुनी।
अमित शाह ने उदाहरण दिया कि कैसे कई राज्यों में हिंसा की घटनाएं नहीं हुईं। फारूकी ने कहा कि हमने अमित शाह से मुलाकात में बिहार के नालंदा में एक मदरसे में आग लगने का मुद्दा भी उठाया। इस पर अमित शाह ने कहा कि आखिर भाजपा शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं क्यों नहीं होतीं।