रुद्रप्रयाग: खराब मौसम के कारण मंगलवार को चारधाम यात्रा में हेलिकॉप्टरों ने उड़ान नहीं भरी। सहस्त्रधारा स्थित हेलिड्रोम में स्थापित नियंत्रण केंद्र से हेली सेवा संचालन पर निगरानी रखी गई। केदारनाथ धाम के लिए छह कंपनियों के हेलिकॉप्टर गुप्तकाशी, सिरसी व फाटा हेलिपैड पर खड़े रहे। हेली सेवा के क्रू भी दिनभर हेलिकॉप्टर संचालन के लिए मौसम साफ होने का इंतजार करते रहे। गौरीकुंड से केदारनाथ तक कोहरे से दृश्यता कम रही।

बीती 15 जून को केदारघाटी में हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दो दिन के लिए हेलिकॉप्टर सेवा पर रोक लगा दी थी। मंगलवार को यह शुरू होनी थी, ट्रांस भारत, पवन हंस, थंबी एविएशन, ग्लोबल वेक्ट्रा हेलीकार्प और एयरो विमान कंपनी के हेलिकॉप्टरों को केदारनाथ के लिए उड़ान भरनी थी। सुबह से ही केदारघाटी से केदारनाथ तक कोहरा छाया रहा।

दिन चढ़ने के साथ ही क्षेत्र में मौसम का मिजाज खराब ही रहा। केदारनाथ में भी दिनभर धुंध छाई रही। यहां दिन में कई बार दृश्यता शून्य तक पहुंच गई। केदारनाथ हेलिकॉप्टर सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि खराब मौसम के कारण पूरे दिनभर केदारघाटी के अलग-अलग हेलिपैड से केदारनाथ के लिए कोई उड़ान नहीं हो पाई।

बता दें कि इस बीते 15 जून को सुबह 5.24 बजे केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरते हुए आर्यन हेली कंपनी का हेलिकॉप्टर गौरी माई खर्क में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में पायलट और छह यात्रियों की मौत हो गई थी। घटना के बाद डीजीसीए ने तत्काल प्रभाव से केदारनाथ के हेलिकॉप्टर सेवा दो दिन के लिए बंद कर दी थी। बीते दो दिन से डीजीसीए की टीम क्षेत्र में अलग-अलग हेलिपैड पर निरीक्षण कर रही है।