किडनी हमारे शरीर से गंदगी को बाहर निकालने का काम करती है. यह ब्लड को भी फिल्टर करती है. आजकल खराब लाइफस्टाइल और खानपान की गलत आदतों की वजह से कम उम्र में ही लोगों को हो रही हैं.
एक्यूट किडनी फेल ज्यादा खतरनाक नहीं होता है. ये कुछ समय में ठीक भी हो जाती है. डायरिया या फिर दवाओं के गलत सेवन की वजह से यह स्थिति बनती है, लेकिन यह अस्थाई होती है और थोड़े से ट्रीटमेंट के बाद किडनी काम करना शुरू कर देती है.
डॉ कुमार बताते हैं कि क्रोनिक किडनी फेल होने का सबसे बड़ा कारण खानपान की गलत आदतें और खराब लाइफस्टाइल है. इसके अलावा डायबिटीज, हाई बीपी या किडनी में पथरी की वजह से भी ये परेशानी हो सकती है. आजकल कम उम्र में ही किडनी डिजीज हो रही हैं. इसका बड़ा कारण शराब का सेवन, धूम्रपान और लाइफस्टाइल से संबंधित गलत आदतें हैं. क्रोनिक किडनी फेल होने पर किडनी पूर्ण रुप से खराब हो जाती है. ऐसे में डायलिसिस या फिर किडनी ट्रांसप्लांट से ही मरीज की जान बचाई जा सकती है.