हमने इस बारे में गुडगाँव स्थित फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट के कंसलटेंट डेंटिस्ट डॉ. ज्योति सचदेवा से बातचीत की है। उन्होंने बताया कि दांतों को स्वस्थ रखने के लिए दिन भर में दो बार ब्रश करना तो बहुत ज़रूरी है। इससे दांत और मसूड़े अच्छे से साफ़ हो जाते हैं। लेकिन दिन भर में 3-4 बार ब्रश नहीं करना चाहिए। यह दांतों की ऊपरी परत इनेमल के लिए काफी नुकसानदायक है।
दांतों में कैविटीज
बेंगलुरू में बेस्ड स्मॉल बाइट्स डेंटल क्लिनिक की फाउंडर एंड डायरेक्टर, डॉक्टर प्रमिला नायडू के मुताबिक़, जो लोग सही तरीके से रोजाना ब्रश नहीं करते हैं उनके दाँतों में फर्मेंटेंड कार्बोहाइड्रेट बैक्टीरिया इकठ्ठे हो जाते हैं जो दांतो में स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटेंट एसिड प्रोडूस करते हैं. सरल भाषा में बोलें तो, दांतों की एक सीरियस कैविटी प्रॉब्लम.
मसूड़ों में सूजन
रोजाना सही ढंग से ब्रश न करने की आपकी आदत आपके दांतों के साथ साथ आपके मसूड़ों के लिए कितनी खतरनाक साबित हो सकती है इसका अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते हैं कि ब्रश न करने से आपके दांतों में जमा प्लाक, दांतों को कैविटीज देने और मसूड़ों को कमज़ोर बनाने का काम करता है.
पेरियोडोंटाइटिस बीमारी
जिस तरह प्लाक से आप को जिंजिवाइटिस हो सकती है उसी तरह जिंजिवाइटिस से आप को पेरियोडोंटाइटिस बीमारी हो सकती है. ये एक हड्डियों से जुड़ी बीमारी है जिसका काम उन हड्डियों को कमजोर करना होता है जो दांतों को सहारा देती हैं.