पटना; बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार हो रहा है। अचानक हो रहा है, वह बात अपनी जगह है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल ने इस्तीफा दे दिया है। मंत्रिमंडल विस्तार हो रहा है तो कितने मंत्री बनेंगे, इसपर खूब सवाल-जवाब हो रहा है। ऐसे में जानना चाहिए कि बिहार में मंत्री आखिर बन कितने सकते हैं? यह सवाल इसलिए भी मौजूं है क्योंकि बात आ रही है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड भी दो मंत्रिपद चाह रहा है और भाजपा की ओर से सात नाम सामने आ चुके हैं।

15 प्रतिशत का गणित है मंत्री के लिए
बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं। मतलब, बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं। सीटें चाहे पक्ष के पास हों या विपक्ष के पास, इनकी संख्या के हिसाब से ही राज्य में मंत्रियों की संख्या होनी चाहिए। नियम यही है, वैसे कई बार ज्यादा भी बनाए जाते रहे हैं मंत्री। कुल सीटों का 15 प्रतिशत ही मंत्री हो सकते हैं। इस गणित से 36.45 मंत्रियों के पद बिहार में हैं। इनमें से मुख्यमंत्री मिलाकर बिहार सरकार में इस समय 29 मंत्री हैं। सुबह तक 30 थे, लेकिन दिलीप कुमार जायसवाल के इस्तीफे के बाद यह संख्या 29 रह गई है। यानी, अब कम-से-कम सात पद तो खाली हैं ही। दशमलव 45 की जगह एक पद लेना भी संभव है। यानि, नियमों को लचीला बनाकर 37 मंत्री हो सकते हैं।