रोजाना कोरोना संक्रमण के नए मामलों के साथ अस्पतालों और होम आइसोलेशन में मरीजों की संख्या बढ़ रही है.लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिनमें कोरोना के लक्षण दिखने से पहले ही लोगों के 25% फेफड़े डैमेज हो गए।
रिपोर्ट्स के अनुसार, COVID-19 के तकरीबन 60% से 65% मरीजों को सामान्य रूप से खांसी जुखाम जैसी आम मुश्किल हो रही है। उनका ऑक्सीजन स्तर तेजी से घट रहा है, लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे मामले भी हैं जिनमें संक्रमितों का ऑक्सीजन स्तर दो-तीन दिनों के भीतर ही 80% से नीचे गिर रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा था कि अस्पतालों में मरीजों की संख्या 200 से कम है, इसलिए घबराने वाली बात नहीं है। दिल्ली सरकार के सबसे बड़े कोविड अस्पताल लोकनायक के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार के मुताबिक, अस्पताल में इस समय कोरोना के 12 मरीज भर्ती हैं।
दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में चार मई तक 186 मरीज भर्ती थे और होम आइसोलेशन में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4319 थी। हालांकि, बीते सप्ताह भर में दोनों मामलों में मरीजों की संख्या कम हुई है।