विश्व वन्यजीव दिवस (World Wildlife day 2025) 3 मार्च को मनाया जा रहा है। ये दिन वन्यजीवों के संरक्षण, जैव विविधता और पर्यावरण से जुड़ा हुआ है। संयुक्त राष्ट्र ने विश्व वन्यजीव दिवस मनाने की शुरुआत 2013 में की थी। भारत भी इस दिन को मनाकर वन्यजीवों की रक्षा करने और प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने के लिए तत्पर है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात (PM Modi In Gujarat) के सासन गिर में विश्व वन्यजीव दिवस (Gir National Park) मनाया। यहां एशियाई शेरों के बीज पीएम मोदी आज रहेंगे और जंगल सफारी का लुत्फ उठाएंगे।

बता दें कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने सासन को विश्व के बड़े पर्यटन स्थलों के रूप में जगह दिलाई थी। गिर उद्यान शेरों के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा यहां भारत के सबसे बड़े कद का हिरण, सांभर, चीतल, नीलगाय, चिंकारा और बारहसिंघा भी यहां देखा जाता है। आइए जानते हैं गुजरात में स्थित गिर राष्ट्रीय उद्यान की खासियत और कैसे गिर यात्रा पर पहुंचा जा सकता हैं।

गिर राष्ट्रीय उद्यान

गुजरात का गिर राष्ट्रीय उद्यान भारत का एकमात्र स्थान है जहां एशियाई शेर पाए जाते हैं। यह वन्यजीव प्रेमियों, प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए एक स्वर्ग की तरह है। अगर आप एडवेंचर, नेचर और वाइल्डलाइफ में रुचि रखते हैं, तो गिर की यात्रा जरूर करें और इस जंगल के रोमांच का आनंद लें। आइए जानते हैं कि सासन के गिर राष्ट्रीय उद्यान कैसे पहुंचा जा सकता है।

गिर जंगल की खासियत

  • गिर राष्ट्रीय उद्यान दुनिया में एकमात्र स्थान है जहाँ एशियाई शेर खुले जंगल में पाए जाते हैं। यहाँ लगभग 600 से अधिक शेर रहते हैं।
  • गिर में तेंदुए, चीतल, सांभर, लोमड़ी, लकड़बग्घा, मगरमच्छ और कई अन्य जीव पाए जाते हैं।
  • पक्षी प्रेमियों के लिए यह जगह बेहद खास है, क्योंकि यहाँ 300 से अधिक प्रजातियों के पक्षी देखने को मिलते हैं।

गिर राष्ट्रीय उद्यान कैसे पहुंचें?

  • फ्लाइट से यात्रा करना चाहते हैं तो नेशनल पार्क से 160 किमी दूर किशोर कुमार गांधी एयरपोर्ट है जो कि राजकोट में हैं। वहीं 110 किमी की दूरी पर दीव एयरपोर्ट है। यहां से आप टैक्सी या बस के जरिए गंतव्य तक पहुंच सकते हैं।
  • रेल मार्ग से यात्रा के लिए निकटम रेलवे स्टेशन जूनागढ़ है जो कि 80 किमी दूर है और 70 किमी की दूरी पर वेरावल रेलवे स्टेशन है।
  • गिर नेशलन पार्क अहमदाबाद, राजकोट, सूरत और दीव से सड़क मार्ग के जरिए अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। टैक्सी या बस से आसानी से यहां पहुंचा जा सकता है।