नई दिल्ली : नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने प्रतिकूल मौसम के दौरान एयरलाइन के लिए अपने परिचालन दिशा-निर्देशों में संशोधन किया है। इनमें इस बात पर बल दिया गया है कि सुरक्षा को ‘समय-सारिणी के पालन’ से अधिक प्राथमिकता दी जानी चाहिए तथा पायलटों को अप्रत्याशित परिस्थितियों में उड़ानों का मार्ग बदलने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।

अनुसूचित और गैर-अनुसूचित एयरलाइन कंपनियों को परिचालन परिपत्र जारी करते हुए डीजीसीए ने कहा कि पायलटों को दृश्य संकेतों की उपकरणों से जांच करनी चाहिए, ताकि सटीक दृष्टिकोण और लैंडिंग आकलन सुनिश्चित हो सके, तथा बारिश में या गीली हवाई पट्टी पर रात्रि परिचालन के दौरान होने वाले दृश्य भ्रम से निपटा जा सके। यह सर्कुलर हाल ही में केदारनाथ क्षेत्र में हुई हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं और श्रीनगर जा रही एक इंडिगो फ्लाइट में गंभीर टर्बुलेंस की घटना के बाद आया है।

परिचालन संबंधी अनिश्चितता पर जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभाव का हवाला देते हुए डीजीसीए ने उड़ान चालक दल को अत्यधिक सतर्कता बनाए रखने की सलाह दी है, ‘जिसमें समय-सारिणी के पालन पर सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।