Monday, November 25, 2024 at 9:43 AM

‘मुझ पर जबरन आरोप लगाए गए, लेकिन…’, ED की गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन का वीडियो संदेश वायरल

बीते दिन झारखंड में सियासी हलचल देखने को मिली थी। हेमंत सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। ईडी की गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन का एक वीडियो संदेश सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसमें उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) मुझे आज गिरफ्तार करेगी, लेकिन मुझे चिंता नहीं है।

‘मुझे गिरफ्तारी की चिंता नहीं, मैं शिबू सोरेन का बेटा हूं’
वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि मुझे गिरफ्तारी की कोई चिंता नहीं है क्योंकि मैं शिबू सोरेन का बेटा हूं। पूरे दिन की पूछताछ के बाद ईडी ने मुझे गिरफ्तार करने का फैसला किया, जिनका मुझसे कोई संबंध नहीं हैं। उन्होंने वीडियो संदेश में दावा किया कि अभी तक ईडी के पास कोई ठोस सबूत नहीं है। जानबूझकर मेरे दिल्ली आवास पर छापेमारी कर मेरी छवि खराब करने की भी कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि गरीबों, आदिवासियों पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ अब हमें खड़ें है। उन्होंने कहा कि इस शोषण के खिलाफ हमें नई लड़ाई लड़नी होगी।

इसी बीच, आज जमीन घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किए गए झारखंड के पूर्व मुख्यमंंत्री हेमंत सोरेन को रांची के विशेष पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मामले में आगे की पूछताछ के लिए सोरेन की रिमांड की मांग करेगा। ईडी टीम ने बुधवार रात सात घंटे की पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले ईडी की हिरासत में ही सीएम हेमंत ने राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप दिया था।

इस्तीफा देने तक गिरफ्तारी मेमो पर नहीं किए हस्ताक्षर
ईडी के अधिकारियों ने बताया कि हेमंत ने अपनी गिरफ्तारी टालने का भी पूरा प्रयास किया। यहां तक कि उन्होंने ईडी की ओर से दिए गए गिरफ्तारी मेमो पर हस्ताक्षर करने से मना किया। राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद ही उन्होंने मेमो पर दस्तखत किए। गिरफ्तारी के बाद ईडी ने उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया।

गिरफ्तारी के लिए सदन के अध्यक्ष की अनुमति जरूरी, इसलिए पहले इस्तीफा
आपराधिक मामले में किसी मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी के लिए विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति जरूरी होती है। इसके लिए उन्हें सूचित करना पड़ता है। इस प्रक्रिया से बचने के लिए ही ईडी ने सोरेन को पहले हिरासत में लिया और बाद में राज्यपाल के पास ले गए। यहां इस्तीफा होने के बाद ही उनकी गिरफ्तारी हुई।

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