ब्रिटेन में दुनिया के पहले क्लिनिकल ट्रायल में विज्ञानियों द्वारा लोगों को लैब में तैयार खून दिया गया.. विज्ञानियों ने कहा कि सिकल सेल जैसे विकार और दुर्लभ रक्त प्रकार वाले कुछ लोगों के लिए पर्याप्त मात्रा में दान किया गया रक्त मिलना मुश्किल होता है.
ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की टीम ने कहा कि रक्त कोशिकाओं को दाताओं के स्टेम सेल से विकसित किया गया था. इसे स्वस्थ स्वयंसेवकों में स्थानांतरित किया गया. दो लोगों को अब तक लैब में तैयार लाल रक्त कोशिकाएं दी गई हैं.
विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की टीम ने कहा कि रक्त कोशिकाओं को दाताओं के स्टेम सेल से विकसित किया गया था. इसे स्वस्थ स्वयंसेवकों में स्थानांतरित किया गया.
निगरानी की जा रही है, उनमें अब तक कोई अवांछित विकार नहीं देखने को मिला है. इस ट्रायल में एक ही रक्तदाता से लाल रक्त कोशिकाओं के संक्रमण की तुलना में प्रयोगशाला में विकसित कोशिकाओं के जीवनकाल का अध्ययन किया जा रहा है.