ज्यादातर लोग करेले को उसके कड़वे स्वाद की वजह से खाने से कतराते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि करेले के सेवन से आपको सेहत संबंधी कई परेशानियों से निजात मिलती है।करेले में ऐंटी-माइक्रोबियल और ऐंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं.
इनसे खून साफ करने में मदद मिलती हैं. इस वजह से चेहरे पर एक्ने और पिंपल नहीं होते और स्किन चमकदार बनी रहती है.करेले में फास्फोरस भरपूर मात्रा में होता है. इसके सेवन से कफ, कब्ज और पाचन संबंधी कई समस्याएं दूर होती हैं. पेट में गैस बनने और अपच होने पर करेले के रस का सेवन काफी फायदेमंद होता है.
मधुमेह मधुमेह के रोगियों के लिए करेला प्रकृति का दिया हुआ वरदान हे। मधुमेह के रोगियों को करेले का रस 15 ग्राम तक ही मात्रा में लगभग 100 ग्राम पानी मिलाकर दिन में दो-तीन बार पीना चाहिए। इससे रोगी को काफी आराम मिलता है।
एक्जिमा और सोरायसिस की बीमारियों में करेले का जूस पीने से बेहद फायदा पहुंचता है. इसके अलावा स्किन संबंधी कई समस्याएं नहीं होतीं.करेले का जूस किडनी की पथरी निकालने में भी मददगार होता है. इसके अलावा यह उल्टी, दस्त, गैस की समस्या और पीलिया में भी आराम पहुंचाता है.
कुछ प्रमुख चिकित्सकों का कहना है कि करेले के रस में इन्सुलिन जैसे तत्व होते हैं, इसलिए इससे रक्त औश्र मूत्र में शर्करा की मात्रा में कमी आती है। इसलिए मधुमेह के रोगियों को चाहिए कि वे अपने भोजन में जहां तक हो सके, किसी भी रूप में करेला खाने का प्रयत्न करें। मधुमेह के रोगी को नित्य प्रात:काल बिना कुछ खाये-पीये 4-5 करेलों का रस नियम से पीना चाहिए। इससे न केवल शरीर ही पुष्ट होता है बल्कि पेशाब में चीनी जाना भी बंद कर देता है।