तिंडिवनम: तमिलनाडु की पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के अध्यक्ष अंबुमणि रामदास ने रविवार को अपने पिता एस रामदास से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, ‘अय्या हमारे लिए सबकुछ हैं।’ यह मुलाकात तब हुई, जब एक दिन पहले पार्टी में महत्वपूर्ण पद पर एक रिश्तेदार पी. मुकुंथन की महत्वपूर्ण पद पर नियुक्ति को लेकर पिता-पुत्र दोनों में जुबानी जंग हुई। पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक रामदास को ‘मरुथुवर अय्या’ (डॉक्टर साहब) या ‘अय्या’ कहकर सम्मान देते हैं।
पिता-पुत्र ने पार्टी के मुद्दों पर की चर्चा
अंबुमणि ने विलुपुरम जिले के थेलापुर में अपने घर पर पिता से मुलाकात की। बाद में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि यह नियुक्ति का विवाद पार्टी का अंदरूनी मामला है, जिसे पार्टी के भीतर ही हल किया जाएगा। उन्होंने कहा, हमने अय्या के नेतृत्व में पार्टी को आगे बढ़ाने, 2026 के चुनाव और जाति जनगणना से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।
‘लोकतांत्रिक पार्टी में बहस सामान्य बात’
शनिवार को पार्टी की बैठक में पिता और पुत्र के बीच खुलकर मतभेद दिखे थे। इस पर अंबुमणि ने कहा, पीएमके एक लोकतांत्रिक पार्टी है और लोकतांत्रिक तरीके से आयोजित बैठक में बहस होना आम बात है। अंबुमणि ने कहा, ‘हमारे लिए अय्या ही सबकुछ हैं। आज हम अय्या से बात कर रहे हैं।’ इस मुलाकात के दौरान जी.के. मणि जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
मुकुंथन की नियुक्ति पर क्या बोले अंबुमणि
अपने भतीजे पी. मुकुंथन को राज्य युवा शाखा का अध्यक्ष बनाए जाने के सवाल पर अंबुमणि ने कहा, यह पार्टी का अंदरूनी मामला है। आपको इस पर चर्चा करने की कोई जरूरत नहीं है। हम आपस में ही इसे हल करेंगे। मुकुंधन की नियुक्ति पर ही पिता और पुत्र के बीच विवाद हुआ था।
अंबुमणि ने किया था पिता के फैसले का विरोध
एक दिन पहले अंबुमणि ने अपने पिता के फैसले का विरोध किया था। इस पर रामदास ने कहा था कि जो लोग उनके आदेश का पालन नहीं करना चाहते, वे पार्टी छोड़ सकते हैं। इसके बाद पार्ट की बैठक में पिता और पुत्र के बीच बहस हुई थी। मुकुंथन, रामदास के पोते हैं और उनकी पहली बेटी श्रीकंठी पारसुरमन के बेटे हैं। रामदास ने यह भी कहा था कि मुकुंथन अंबुमणि की मदद करेंगे।