एक ओर जहां देश में अर्थव्यस्था तेजी से रिकवर कर रही है और देश का जीएसटी कलेक्शन नए मुकाम पर पहुंच रहा है, तो वहीं दूसरी ओर देश में बेरोजगारी की समस्या कम होने के बजाय लगातार बढ़ती जा रही है।
मुंबई स्थित सीएमआईई रोजगार के आंकड़ों के साथ ही श्रमिक भागीदारी पर भी पैनी निगाह रखती है और इसके आंकड़े जारी करती है। जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, श्रमिक भागीदारी में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।
मार्च में देश की बेरोजगारी दर 7.60 फीसदी थी। सेंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में ये बात सामने आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल महीने के दौरान भी बेरोजगारी में इजाफे के मामले में शहरी क्षेत्र आगे रहा है। मतलब, शहरों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी घटी है।
इसमें बताया गया कि देश के कामगारों में नौकरी ढूढ़ने वालों की दर मार्च 2022 में कम होकर 39.5 फीसदी रह गई, जबकि मार्च 2019 में यह आंकड़ा 43.7 फीसदी पर था। इससे इस बात की पुष्टि होती है बड़ी संख्या में पेशवरों ने नौकरी ढूढ़ना बंद कर दिया है।