नासिक:महाराष्ट्र के नासिक में लासलगांव एपीएमसी में प्याज की नीलामी मंगलवार को शुरू हुई। इससे एक दिन पहले किसानों ने कीमतों में गिरावट के विरोध में कुछ समय के लिए प्रक्रिया रोक दी थी और पानी की टंकी पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को मांग की कि प्याज पर 20 प्रतिशत निर्यात शुल्क हटाया जाए। उनका दावा है कि लासलगांव में कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) में कीमतों में गिरावट के लिए यही कारण है। बता दें कि, लासलगांव एशिया का सबसे बड़ा थोक प्याज मंडी है।

क्यों हुआ विरोध?
एक दिन पहले सोमवार को 15 किसानों ने पानी की टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन किया और कुछ समय के लिए प्याज की नीलामी रोक दी। प्रदर्शनकारी किसानों का कहना था कि 20% निर्यात शुल्क के कारण प्याज की कीमतें गिर रही हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार निर्यात शुल्क को हटाए, ताकि कीमतें फिर से बढ़ सकें।

कितनी गिरीं प्याज की कीमतें?
सोमवार को गर्मी की फसल की प्याज की कीमतें न्यूनतम ₹1000 प्रति क्विंटल और अधिकतम ₹2201 प्रति क्विंटल के साथ औसतन ₹1800 प्रति क्विंटल रहीं। वहीं लाल प्याज की कीमतें न्यूनतम ₹800 प्रति क्विंटल और अधिकतम ₹2005 प्रति क्विंटल के साथ औसत न ₹1700 प्रति क्विंटल रहीं। जबकि पांच दिन पहले यही कीमतें ₹2250-₹2300 प्रति क्विंटल थीं, जिससे किसानों में नाराजगी बढ़ गई।